Ready, Relevant and Resurgent: भारत की सैन्य कायापलट की दिशा में एक दूरदर्शी दस्तावेज़

यहाँ पुस्तक ‘Ready, Relevant and Resurgent: A Blueprint for the Transformation of India’s Military’ पर आधारित एक व्यापक हिंदी लेख प्रस्तुत है। यह पुस्तक भारत के सैन्य परिवर्तन की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण मार्गदर्शिका है और इसे चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान द्वारा लिखा गया है।

🔔 पुस्तक विमोचन

रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कल (22 मई 2025) एक महत्त्वपूर्ण पुस्तक ‘Ready, Relevant and Resurgent: A Blueprint for the Transformation of India’s Military’ का विमोचन किया। इस पुस्तक के लेखक हैं भारत के मुख्य रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल अनिल चौहान

इस पुस्तक का उद्देश्य भारत की सैन्य ताकत को आधुनिक, आत्मनिर्भर, संयुक्त और समन्वित बनाना है जिससे यह 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना प्रभावी ढंग से कर सके।

📖 पुस्तक की मुख्य विशेषताएं

विशेषताविवरण
📗 शीर्षकReady, Relevant and Resurgent
✍ लेखकजनरल अनिल चौहान (CDS)
📅 विमोचन तिथि22 मई 2025
📍 विमोचनकर्तारक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह
📚 प्रकृतिरक्षा और सामरिक दृष्टिकोण पर केंद्रित
🎯 उद्देश्यभारत की सशस्त्र सेनाओं के भविष्य को रूप देने हेतु रणनीतिक दिशा-निर्देश देना

🧠 पुस्तक की अंतर्वस्तु: विषयवस्तु और दृष्टिकोण

इस पुस्तक में लेखों की एक श्रृंखला के माध्यम से भारत की सशस्त्र सेनाओं के परिवर्तन की रूपरेखा प्रस्तुत की गई है। यह पुस्तक तीन मुख्य स्तंभों पर आधारित है:

1. 🛡 Jointness – एकीकृत संचालन की अवधारणा

  • थल सेना, नौसेना और वायुसेना के बीच समन्वय को सुदृढ़ करना
  • तीनों सेनाओं के संयुक्त थिएटर कमांड की दिशा में स्पष्ट रणनीति
  • संसाधनों का बेहतर उपयोग और सामरिक दक्षता

2. 🧩 Integration – रक्षा ढांचे का समेकन

  • रक्षा मंत्रालय, सेनाओं, अनुसंधान एवं विकास संगठनों के बीच सहयोग
  • एकीकृत लॉजिस्टिक्स, बजटिंग और प्रशिक्षण प्रणाली का विकास
  • नीति निर्माण में समग्र दृष्टिकोण अपनाना

3. 🏭 Self-Reliance – आत्मनिर्भरता की दिशा में रक्षा निर्माण

  • ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत रक्षा उत्पादन को बढ़ावा
  • स्वदेशी हथियार प्रणालियों, तकनीकी उपकरणों और प्लेटफॉर्म्स का विकास
  • निजी क्षेत्र की भागीदारी और स्टार्टअप इनोवेशन को बल

🇮🇳 2047 की परिकल्पना: सैन्य दृष्टि से विकसित भारत

जनरल अनिल चौहान ने पुस्तक में वर्ष 2047 तक के लिए एक स्पष्ट दृष्टिकोण प्रस्तुत किया है, जो ‘सशक्त, सुरक्षित, समृद्ध और विकसित भारत’ के राष्ट्रीय लक्ष्य से प्रेरित है।

लक्ष्यसैन्य योगदान
सशक्त भारतआधुनिक सैन्य ताकत, तकनीकी श्रेष्ठता
सुरक्षित भारतसीमाओं की सुरक्षा, आतंकवाद से निपटने की क्षमता
समृद्ध भारतरक्षा क्षेत्र में घरेलू उद्योगों की वृद्धि
विकसित भारतवैश्विक रणनीतिक मामलों में प्रभावशाली उपस्थिति

🗣️ रक्षा मंत्री का वक्तव्य

रक्षा मंत्री ने पुस्तक विमोचन पर कहा:

“यह पुस्तक हमारे रक्षा क्षेत्र की विकास यात्रा और भविष्य की चुनौतियों से निपटने की तैयारी को बहुत ही सुव्यवस्थित और व्यावहारिक ढंग से प्रस्तुत करती है। यह हमारे सेनाध्यक्ष की दूरदर्शिता का प्रमाण है।”

📌 निष्कर्ष

‘Ready, Relevant and Resurgent’ न केवल एक पुस्तक है, बल्कि यह भारत के सैन्य भविष्य का रोडमैप है। यह दिखाता है कि भारत किस तरह से संगठित सैन्य ढांचे, रणनीतिक समन्वय, और आत्मनिर्भर रक्षा उत्पादन के जरिये 2047 तक एक वैश्विक सैन्य शक्ति बनने की राह पर अग्रसर है।

यह पुस्तक सैन्य अधिकारियों, नीति निर्माताओं, रक्षा विशेषज्ञों और युवाओं के लिए एक प्रेरणादायक दस्तावेज़ है जो भारत के रक्षा भविष्य को समझना चाहते हैं।

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